BDC Full Form in Hindi​ बीडीसी की पूरी जानकारी

BDC Full Form in Hindi​ बीडीसी की पूरी जानकारी: भारत की आधी से अधिक लोग गांवों में रहते हैं। इसलिए गाँवों का विकास देश के विकास से पहले होना चाहिए। यही कारण है कि सरकार हर समय गाँवों को विकसित करने की कई योजनाएं बनाती रहती है। अब समस्या यह है कि सरकारी कार्यक्रमों को गाँवों तक कैसे पहुंचाया जाए? तो ऐसे समय पर बी. डी. सी (BDC) का जिक्र होता है।

BDC Full Form in Panchayat(Hindi​)

आपने अपने बीडीसी (यदि आप गाँव में रहते हैं या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं) का नाम अवश्य सुना होगा। लेकिन बहुत कम लोग बीडीसी का पूरा स्वरूप और क्या होता है पता है। यदि आपके मन में भी कुछ सवाल हैं, तो आज इस लेख में आपके सभी सवालों का जवाब मिलेगा। तो आइए बीडीसी के बारे में बात करते हैं।

बीडीसी (BDC) को समझने से पहले इस शब्द का अर्थ जानना आवश्यक है। तो सबसे पहले आपको इसका पूरा फुल फॉर्म बताते हैं। दोस्तों, BDC का पूरा नाम Block Development Council (ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल) है।

BDC का पूरा अर्थ है = Blok Development Council

बीडीसी का मतलब हिंदी में | BDC Full Form in Hindi

आपने ऊपर पढ़ा कि BDC को ब्लॉक डेवलपमेंट कॉउन्सिल कहा जाता है, लेकिन बहुत से लोग इसका मतलब नहीं समझते हैं। तो आपको बता दें कि बीडीसी को हिंदी में प्रखंड विकास परिषद कहते हैं।

BDC Full Form in Hindi = प्रखंड विकास परिषद 

बी.डी.सी क्या होता है| What is BDC

बीडीसी एक सरकारी संस्था है जो मुख्य रूप से प्रखंड विकास और पंचायत योजना से जुड़े काम करती है। वास्तव में, राज्य सरकार ने BDC को ग्रामीण जनता से सीधा संपर्क करने के लिए चुना है, और BDC ही ग्राम पंचायत विकास से जुड़े कार्यों को पूरा करता है।

आसान शब्दों में, BDC एक समिति है जो हर गाँव में बनाई जाती है। यह समिति गाँव के विकास से जुड़े सभी कार्यों को देखती है। इसके लिए चुनाव करने वाली समिति के अध्यक्ष को स्थानीय निवासियों में से ही चुना जाता है। अब चुनाव विजेता समिति का अध्यक्ष बनता है, जिसे प्रधान कहते हैं।

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बता दें कि प्रधान के साथ साथ क्षेत्र पंचायत सदस्यों को भी चुना जाता है, जिससे बीडीसी संस्था बनती है। विशेष रूप से, एक ग्राम पंचायत में एक से अधिक BDC हो सकते हैं।

BDC Election Process

जैसा कि हमने ऊपर बताया है की BDC का चयन चुनाव के आधार पर किया जाता है। लेकिन अगर आप बीडीसी चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानना चाहते हैं तो चलिए अब आपको इसके बारे में डिटेल्स में बताते हैं।

राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा बीडीसी चुनाव किया जाता है। बीडीसी चुनाव पंचायत लेवल पर होता है, जिसमें प्रत्यक्ष रूप से ग्रामसभा के सदस्य भाग लेते हैं। चुनाव में भाग लेने के लिए प्रत्याशी को अपना नामांकन जिला निर्वाचन कार्यालय (district election office) में देना होता है। BDC के ये चुनाव EBM मशीन से नहीं होता है, यह चुनाव बैलेट पेपर से किया जाता है। चुनाव में विजेता प्रत्याशी को बीडीसी का सदस्य बनाया जाता है।

BDC बनने के लिए योग्यता

किसी भी क्षेत्र में काम करने के लिए कुछ आवश्यक योग्यताएं होना जरुरी होता हैं। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी तक बीडीसी बनने के लिए कोई योग्यता निर्धारित नहीं की है। हालाँकि, कुछ राज्यों के सरकर बीडीसी बनने के लिए आवश्यक योग्यताओं पर सलाह दे रहे हैं ।

BDC बनने के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • बीडीसी बनने के लिए उम्मीदवार जिस एरिया के लिए वह आवेदन कर रहा है वो उसी गाँव का निबासी होना चाहिए।
  • OBC, SC, या ST वर्ग के उम्मीदवार को जाति का प्रमाण पत्र देना आवश्यक है।
  • नामांकन के लिए उम्मीदवार का आयु का प्रमाण पत्र होना चाहिए।
  • BDC बनने वाले उम्मीदवार के पास आधार कार्ड और पैन कार्ड होना चाहिए।
  • BDC बनने के लिए उम्मीदवार को चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा।
  • उम्मीदवार की बैंक पासबुक, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी होनी चाहिए।

BDC का वेतन कितना है?

यह सब कुछ जानने के बाद, दिलचस्पी यह है की BDC में शामिल सदस्यों को कितना सैलरी मिलता होगा। तो दोस्तों, बीडीसी का कोई वेतनमान नहीं है। कई राज्यों में BDC का वेतन नहीं मिलता है लेकिन कई राज्यों में यह 4000 से 5000 तक वेतन होता है।

बी.डी.सी के कार्य 

BDC का यह कार्य है की अपने ब्लॉक और गाँव के विकास से जुड़े हर मुद्दे को देखना होता है। नीचे दिए गए बिंदुओं को पढ़िए अगर आप बीडीसी का काम समझना चाहते हैं।

  • BDC का लक्ष्य कृषि, ग्रामीण विकास, पशुपालन/ भेड़ पालन, सामाजिक वानिकी, शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित सरकारी योजनाओं को अपने गाँवों तक पहुँचाना और ग्रामीणों को उनसे लाभ उठाना है।
  • ग्रामीण गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, जैसे एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम और ग्रामीण भूमिहीन रोजगार गारंटी कार्यक्रम आदि के कार्यान्वयन को देखना और ग्रामीणों को उनके बारे में बताना बीडीसी की जिम्मेदारी है।
  • जो जिला योजना एवं विकास बोर्ड द्वारा बीडीसी को दी गई अतिरिक्त जिम्मेदारियों को गाँवों तक पहुंचाना।

BDC Full Form in Various Sectors

गाँव में BDC क्या होता है, हम सब जान गए हैं लेकिन विभिन्न क्षेत्रों में BDC देखने को मिलता है, जिसका मतलब अलग होता है इसलिए प्रश्न उठता है कि यहाँ क्या है? तो चलिए आपको बीडीसी के कुछ और फुल फॉर्म से परिचित करा देते हैं।

सॉफ्टवेयर क्षेत्र में बी.डी.सी का फुल फॉर्म क्या है ?

सॉफ्टवेयर से जुड़े क्षेत्र में BDC का फुल फॉर्म बैकअप डाटा सेंटर (Backup Data Center) है।

सेना में BDC का फुल फॉर्म क्या है?

सेना में बी. डी. सी का फुल फॉर्म बेस डिफेंस कमांडर (Base Defense Commander) है।

डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स में बी. डी. सी का फुल फॉर्म क्या है?

यदि आप डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स की पढ़ाई कर रहे हैं और बीडीसी लिखा है तो बाइनरी डेसीमल काउंटर (Binary Decimal Counter) समझना चाहिए।

व्यापार में बी. डी. सी का फुल फॉर्म क्या है?

जब व्यापार की बात होती है और बीडीसी का उल्लेख होता है, तो इसका फुल फॉर्म बिज़नेस डेवलपमेंट कॉउन्सिल (Business Development Council) होता है।

दूरसंचार में BDC का फुल फॉर्म क्या है?

दूरसंचार क्षेत्र में BDC का फुल फॉर्म बफर डाटा चैनल (Buffered Data Channel) है।

विद्युत क्षेत्र में बी.डी.सी का फुल फॉर्म क्या है ?

विद्युत क्षेत्र में यदि बीडीसी लिखा दिखता है तो बाई-डायरेक्शनल कनवर्टर (Bidirectional Converter) होता है।

इंगलैंड में बी.डी.सी का फुल फॉर्म क्या है ?

इंग्लैंड के नॉरविच शहर में ब्रॉडलैंड डिस्ट्रिक्ट कॉउन्सिल (Broadland District Council) है।

टेक्नोलॉजी में का फुल फॉर्म क्या है ?

यदि बात मशीनरी या टेक्नोलॉजी से होती है और बीडीसी का जिक्र आता है, तो आपको बता दें कि यह यहाँ प्रसिद्ध कंपनी ब्लेड डायग्नोस्टिक्स कारपोरेशन (Blade Diagnostics Corporation) का फुल फॉर्म है।

तो दोस्तों, ये BDC पूरी तरह से जानकारी थी। हम आशा करते हैं कि आप बीडीसी के बारे में पूरी तरह से परिचित हो गए होंगे। आपको अगर हमारा यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करना ना भूलें ताकि आपको लगातार ऐसी जानकारी मिलती रहे।

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